चरक - (3) - मृदु, मध्यम , खरपाक;
मृदु - तुल्यकल्केन निर्यास
मध्यम - संयाव इव निर्यास
खरपाक - सिरयमाणं तुल्यकल्केन निर्यास
शार्ङ्गधर, सुश्रुत - (3) - मृदु, मध्यम, खरपाक;
(शा.)
मृदु - इषद सरस कल्कस्तु
मध्यम - निरस कोमले
खरपाक - इषद् कठिन कल्क
(सु.)
मृदु - स्नेह औषध विवेक मात्रं
मध्यम - मधुच्छिष्ट विशदं Sविलेपी
खर - कृष्णावसन्नं इषद् विषद् चिक्कण
अ. ह. - (3) - मन्द, चिक्कण, खरचिक्कण;
(अ.ह.)
मन्द - किट कल्क समान
चिक्कण - मदनोपमम्
खरचिक्कण - किञ्चित सीदति कृष्ण्म्
हारीत - (4) - खर, चिक्कण, मध्यम, विशोषी