
मन का लक्षण - लक्षणं मनसो ज्ञानस्याभावो भव एव च।
ज्ञान का अभाव व भाव ही मन का लक्षण है।
मन के गुण - ‘‘अणुत्वमथ चैकत्वं दौ गुणौ: मनस: सम्रतौ’’
अणु होना और एक होना ये 2 गुण मन के होते हैं।
मन का विषय - ‘‘चिन्त्यं विचार्यमूह्यं च ध्येयं सड़्कल्प्यमेव च’’
मन के 5 विषय - चिंतन, ध्येय, विचार, सड़्कल्प, ऊह
मन के कर्म -‘‘इन्द्रियभिग्रह: कर्म मनस: स्वस्थ विग्रह:।
ऊहो विचारश्च तत: परं बुद्धि प्रवर्त्तेत।।’’