
1- उज्जयी - तीव्र उच्चारण करते हुए प्राणायाम करना।
2- सूर्यभेदन - मूच्र्छना में (दाहिने नासा से) श्वास खिंचना।
3- शीतकारी - श्वास खींचते समय विशेष ध्वनी।
4- शीतली - जिव्हा बाहर निकालकर श्वास अन्दर खींचकर शैथिल्य उत्पन्न करना।
5- भस्त्रिका - धौकनी की तरह श्वास लेना।
6- भ्रामरी - अंत और बाह्य श्वसन में मधुमक्खियों जैसी आवाज
7- मूच्र्छा - मस्तिष्क के अक्रियाशील करना।
8- प्लविनी - अभ्यासी प्राणायाम के समय में पानी पर तैर सके।
| पूरक | कुम्भक | रेचक |
अवर प्राणायाम | 8 Sec | 32 Sec | 16 Sec |
मध्यम प्राणायाम | 16 Sec | 64 Sec | 32 Sec |
प्रवर प्राणायाम | 32 Sec | 128 Sec | 64 Sec |