*बुद्धि मेधावर्धक गण ( सु. चि. 28/27 )
1- सतताध्ययन
2- वाद
3- परतत्रावलोकन
4- तद्विद्याचार्य सेवा
*आयु वर्धक गण ( सु. चि. 28/28 )
1- भोजनं जीर्णे
2- वेगानां चाविधारण
3- ब्रहमचर्य
4- अहिंसा
5- साहसानां च वर्जनम्