
सु. चि. 35/32
(बस्ति व्यापद)
वैद्यनिमित कुल व्यापद - 44
वस्ति नेत्र - 11
वस्ति दोष - 05
वस्ति दाता दोष - 06
पीड़न दोष - 04
श्य्या दोष - 07
द्रव्य दोष - 11
कुल - 44
आतुर निमितज - 15
वैद्य + आतुर निमितज - 08
वैद्य द्वारा वस्ति व्यापद - 09
कुल - 76
| (व्यापद) | वमन विरेचन | अनुवासन वस्ति | आस्थापन वस्ति |
| चरक | 10 | 6 | 12 |
| सुश्रुत | 15 | 9 | 9 |
| वागभट्ट | 12 | 8 | 12 |