
चरक, काश्यप - 8
हरित - 5
चरक : वातज - वैरस्य, फेनसंघातो, रौक्ष्यं
पित्तज : वैवर्ण्य, दौर्गन्ध्य
कफज : स्नेह, पिच्छिल, गौरव
विरस | - | कृशता |
फेनसंघात् | - | शीर्षरोग, पीनस |
रौक्ष्यं | - | बल हृास |
विवर्ण | - | भिन्न विट्, उष्ण शरीर |
दौर्गन्ध्य | - | पाण्डु-कामला |
अतिस्निग्ध | - | छर्दि, कुन्थन, श्वास, कास, प्रसेक |
पिच्छिल | - | लालास्त्राव, शून, जड़ता |
गुरू | - | हृदय रोग |