चरक- 10 उपद्रव- 'आध्मानं परिकर्त्तिका परिस्त्राव हृदयग्रह गात्रग्रह जीवादानं विभ्रंश उपद्रव स्तम्भ क्लम'
7 अयोग & 3 अतियोग (परिकर्तिका‚ जीवादान‚ विभ्रंश)
सुश्रुत-15 व्यापद