107 +
9 अधिक धमनी मर्म माने (1 गृदा‚ 2 उपस्तम्भ‚ 2 विधुर‚ 4 श्रृंगाटक) - वाग्भट्ट
शाखा – 44 (11x4)
कोष्ठ – 26 (12+14)
उर्ध्वजत्रु – 37