मण्डुकपर्णी - स्वरस
यष्टीमधु - चूर्ण (with दूध)
गुडुची - स्वरस
शंखपुष्पी - कल्क ( with मूल& पुष्प)
Uses- “आयु प्रदान्यामय नाशनानि बलाग्निवर्णस्वर वर्धनानि”.
विशेषतः -; मेध्य – शंखपुष्पी